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जननी सुरक्षा योजना भारत सरकार का एक लोकप्रिय योजना है। इस सरकारी योजना के तहद देश के गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओ को आर्थिक सहायता दि जाती है।
जननी सुरक्षा योजना के माध्यम से देश के गरीब महिलाओ को प्रसव के बाद देखभाल के लिए 2000 रुपयों की आर्थिक सहायता दी जाती है। इस सरकारी योजना के अंदर भी कुछ कैटेगरी बनाया गया है और उसके तहत इस योजना का लाभ पहुंचाया जाता है
योजना का नाम | जननी सुरक्षा योजना |
पोस्ट केटेगरी | सरकारी योजना |
लाभार्थी | गरीब और आर्थिक रुप से कमजोर गर्भवती महिला |
योजना से लाभ | आर्थिक सहायता |
शुरुआत | 2005 |
चलाने वाले संस्था | राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन |
योजना का मुख्य उद्देश्य | प्रसव के दौरान नवजात और माताओं को सुरक्षित रखना |
हमेशा की तरह आज भी हम लोग इस योजना के बारे में विस्तार से जानकारी लेने की कोशिश करेंगे। जैसे कि जननी सुरक्षा योजना क्या है? इस योजना का विशेषताएं? इस योजना से फायदा कैसे लिया जा सकता है? और जननी सुरक्षा योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कैसे किया जा सकता है?
जननी सुरक्षा योजना क्या है | Janani Suraksha Yojana
“जननी सुरक्षा योजना” भारत सरकार द्वारा चलाई जाने वाली एक महत्वपूर्ण योजना है जो मातृत्व सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को उनके गर्भावस्था के दौरान और प्रसव के बाद सुरक्षित रूप से देखभाल की सुविधा प्रदान करना है। इसके तहत, गर्भवती महिलाओं को निःशुल्क गर्भावस्था देखभाल, जननी सुरक्षा किट, और आय सहायता की सुविधा प्रदान की जाती है।
“जननी सुरक्षा योजना” के कुछ मुख्य लक्ष्य निम्नलिखित हैं:
- गर्भावस्था देखभाल: योजना गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं को नियमित चेकअप, टीकाकरण, और आवश्यक देखभाल प्रदान करती है।
- जननी सुरक्षा किट: गर्भावस्था के दौरान और प्रसव के बाद, जननी सुरक्षा किट महिलाओं को प्राथमिक उपकरणों और सामग्री की प्रदान करती है, जो उनके सुरक्षित प्रसव के लिए महत्वपूर्ण है।
- आय सहायता: योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं को आय सहायता भी प्रदान की जाती है, ताकि वे अपनी आर्थिक जरूरियां पूरी कर सकें।
- जागरूकता अभियान: योजना के माध्यम से समाज में मातृत्व सुरक्षा के महत्व को बढ़ावा दिया जाता है और महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में शिक्षित किया जाता है।
“जननी सुरक्षा योजना” के माध्यम से सरकार गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है और गर्भवती महिलाओं की मातृत्व सुरक्षा में सुधार करने का काम कर रही है।
जननी सुरक्षा योजना बहुत पहले से चलते हुए आ रहे हैं इस योजना का शुभारंभ 12 अप्रैल 2005 में की गई थी। अब से लेकर आज तक इस योजना का लाभ देश के हर एक गरीब और आर्थिक रुप से कमजोर महिलाओ को प्रसव के बाद पहुंचाया जाता है।

इसका मतलब यह है कि यह योजना केवल गर्भवती महिलाओं के लिए लागू है और महिलाओं को प्रसव के बाद इस योजना का लाभ दिया जाता है।
जननी सुरक्षा योजना (JSY) राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत चलाया जाता है। इसमें सुरक्षित मातृत्व को दर्शाता है। जननी सुरक्षा योजना में केंद्र सरकार का सम्पूर्ण योजदान है, जो डिलीवरी और डिलीवरी के बाद माँ और शिशु को देखभाल के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है।
जननी सुरक्षा योजना का उदेश्य
जननी सुरक्षा योजना” का मुख्य उद्देश्य मातृत्व सुरक्षा को सुनिश्चित करना है। इस योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं को उनके गर्भावस्था के दौरान और प्रसव के बाद सुरक्षित और स्वस्थ रूप से रखने में मदद की जाती है। इसके लिए योजना के निम्नलिखित मुख्य उद्देश्य होते हैं:
- मातृत्व सुरक्षा: योजना का प्रमुख उद्देश्य है मातृत्व सुरक्षा में सुधार करना, जिससे गर्भवती महिलाएं सुरक्षित रूप से प्रसव कर सकें और स्वस्थ रूप से अपने शिशु को पैदा कर सकें।
- निःशुल्क देखभाल: योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं को निःशुल्क गर्भावस्था देखभाल और उपचार प्रदान किए जाते हैं, ताकि उनकी स्वास्थ्य सुरक्षित रहे।
- निःशुल्क जननी सुरक्षा किट: योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को निःशुल्क जननी सुरक्षा किट प्रदान की जाती है, जिसमें प्रसव के समय आवश्यक उपकरण और सामग्री शामिल होती है।
- आय प्रमाण पत्र: योजना के तहत गर्भवती महिलाओं की आय की पुष्टि होती है, ताकि उन्हें योजना के लाभ का उपयोग करने की योग्यता की जा सके।
- सामाजिक जागरूकता: योजना के माध्यम से महिलाओं को गर्भावस्था सुरक्षा के महत्व के बारे में जागरूक किया जाता है, ताकि वे सुरक्षित और स्वस्थ गर्भावस्था के लिए सही जानकारी प्राप्त कर सकें।
“जननी सुरक्षा योजना” के उद्देश्य का मुख्य फोकस गर्भवती महिलाओं और उनके शिशुओं की सुरक्षा और स्वस्थ्य है, ताकि गर्भावस्था के दौरान और प्रसव के बाद किसी भी प्रकार की समस्याओं से बचा जा सके।
जननी सुरक्षा योजना की मुख्य उद्देश्य गांव में रहने वाले महिला को स्वस्थ रुप से प्रसव में सहायता करना। गौर से देखने पर जननी सुरक्षा योजना के माध्यम से सरकार ने गर्भवती माताओं और स्वास्थ्य कर्मी अर्थात ASHA कर्मी के अंदर अच्छे संपर्क जोड़ देते हैं।
क्योंकि एक गर्भवती माताओं के साथ साथ ASHA कर्मी को भी इस योजना के तहत कुछ पैसे दे जाती है, जिसके बारे में हम विस्तार से बात करेंगे।
जननी सुरक्षा योजना के जरिए सरकार यह चाहता है कोई भी गर्भवती महिलाओं को प्रसव के आपातकालीन अवस्था में दूर अस्पताल ले जाने की बदले उसे स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र या अस्पताल में प्रसव करवाया जाए।
इससे गर्भवती महिलाओं को कम कष्ट मिलता है और शिशु मृत्यु दर बहुत कम हो जाती है।
जननी सुरक्षा योजना का रूपरेखा
“जननी सुरक्षा योजना” भारत सरकार द्वारा चलाई जाने वाली एक महत्वपूर्ण योजना है जो मातृत्व सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई है। यह योजना गर्भवती महिलाओं और उनके शिशुओं के स्वास्थ्य और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन की गई है। योजना के रूपरेखा में निम्नलिखित मुख्य प्रमुख अंश शामिल हैं:
- निःशुल्क गर्भावस्था देखभाल: “जननी सुरक्षा योजना” गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को निःशुल्क गर्भावस्था देखभाल प्रदान करती है, जिसमें गर्भावस्था की नियमित चेकअप और आवश्यक उपचार शामिल होते हैं।
- निःशुल्क जननी सुरक्षा किट: योजना गर्भावस्था के दौरान और प्रसव के दौरान महिलाओं को निःशुल्क जननी सुरक्षा किट प्रदान करती है, जिसमें आवश्यक उपकरण और सामग्री शामिल होती है।
- निःशुल्क जननी सुरक्षा योजना के तहत जांच और उपचार: योजना गर्भावस्था के दौरान निःशुल्क जांच और उपचार की सुविधा भी प्रदान करती है, ताकि गर्भवती महिलाएं सुरक्षित रूप से प्रसव कर सकें।
- आय प्रमाण पत्र: योजना के तहत आवेदन करने के लिए आपकी पारिवारिक आय का प्रमाण पत्र आवश्यक होता है, ताकि आवेदनकर्ता की आय की योजना के मानदंड के अनुसार पुष्टि की जा सके।
- गर्भावस्था में पोषण सहायता: योजना गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को पोषण सहायता प्रदान करती है, ताकि वे स्वस्थ रह सकें।
- मातृ और शिशु स्वास्थ्य के लिए सहायता: योजना के तहत, मातृ और शिशु स्वास्थ्य के लिए अन्य लाभ भी प्रदान किए जा सकते हैं, जैसे कि निःशुल्क वृद्धि मूल्य और अन्य सहायता कार्यक्रम।
- सामाजिक जागरूकता: योजना के माध्यम से महिलाओं को गर्भावस्था सुरक्षा और शिशु स्वास्थ्य के महत्व के बारे में जागरूक किया जाता है।
“जननी सुरक्षा योजना” गर्भवती महिलाओं और शिशुओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार का प्रमुख उद्देश्य है
जननी सुरक्षा योजना के रूपरेखा बनाने के समय कुछ चीजों के ऊपर ध्यान दी गई है। इस योजना में पूरे देश को दो श्रेणी में बांटा गया है।
Low Performing States (LPS). – यह पहला कैटेगरी के अंदर देश की उन सभी राज्यों को चुना गया है जिन सभी राज्यों में संस्थागत प्रसव दर कम है। जैसे कि, उत्तर प्रदेश, उत्तरांचल।, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, आसाम, राजस्थान, उड़ीसा, जम्मू एंड कश्मीर।
High Performing States (HPS). – और बाकी बचा जितने भी राज्य हैं उन सभी को यह दूसरी श्रेणी के अंदर डाला गया है और इसमें देखा जाए तो संस्थागत प्रसव दर अच्छा है।
जननी सुरक्षा योजना का विशेषताएं | key Features of JSY Government Scheme
“जननी सुरक्षा योजना” का मुख्य उद्देश्य मातृत्व सुरक्षा में सुधार करना और गर्भवती महिलाओं को सामग्री, वैद्यकीय देखभाल, और आर्थिक सहायता के माध्यम से सुरक्षित रूप से प्रसव करने में मदद करना है। यह योजना गर्भवती महिलाओं और उनके शिशुओं के लिए कई महत्वपूर्ण विशेषताओं के साथ आती है:
- निःशुल्क गर्भावस्था देखभाल: योजना गर्भावस्था के दौरान निःशुल्क गर्भावस्था देखभाल प्रदान करती है, जिसमें गर्भावस्था के दौरान नियमित चेकअप और आवश्यक उपचार शामिल होते हैं।
- निःशुल्क जननी सुरक्षा किट: गर्भावस्था के दौरान और प्रसव के दौरान निःशुल्क जननी सुरक्षा किट महिलाओं को प्रदान की जाती है, जिसमें आवश्यक उपकरण और सामग्री शामिल होती है।
- निःशुल्क जननी सुरक्षा योजना के तहत जांच और उपचार: योजना गर्भावस्था के दौरान निःशुल्क जांच और उपचार की सुविधा भी प्रदान करती है, ताकि गर्भवती महिलाएं सुरक्षित रूप से प्रसव कर सकें।
- आय प्रमाण पत्र: योजना के तहत आवेदन करने के लिए आपकी पारिवारिक आय का प्रमाण पत्र आवश्यक होता है, ताकि आवेदनकर्ता की आय की योजना के मानदंड के अनुसार पुष्टि की जा सके।
- गर्भावस्था में पोषण सहायता: योजना गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को पोषण सहायता प्रदान करती है, ताकि वे स्वस्थ रह सकें।
- मातृ और शिशु स्वास्थ्य के लिए सहायता: योजना के तहत, मातृ और शिशु स्वास्थ्य के लिए अन्य लाभ भी प्रदान किए जा सकते हैं, जैसे कि निःशुल्क वृद्धि मूल्य और अन्य सहायता कार्यक्रम।
- सामाजिक जागरूकता: योजना के माध्यम से महिलाओं को गर्भावस्था सुरक्षा और शिशु स्वास्थ्य के महत्व के बारे में जागरूक किया जाता है।
जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत ये सभी विशेषताएं मातृत्व सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए होती हैं। इसका मुख्य उद्देश्य माताओं और शिशुओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य की सुनिश्चित करना है।
जैसे कि मैंने पहले भी बताया हूं जननी सुरक्षा योजना गरीब और आर्थिक रुप से कमजोर गर्भवती महिलाओ केंद्रित करके बनाया गया है, तो इसका बिशेषताए कि जिन सारे इलाका में संस्थागत प्रसव दर कम है वहां पर इस दर को बढ़ाया जाए।
इसमें आशा कर्मी (ASHA) या फिर आंगनवाड़ी कर्मी (AWW) का बहुत बड़ा रोल होता है। आशा कर्मचारी उनके इलाके में कोई भी गर्भवती महिला को डिलीवरी तारीख से पहले ही अर्थात 20 से 24 हफ्ता पहले इन सभी महिलाओं को चिन्हित करके उन्हें इस योजना में शामिल करने का काम करना होता है।
इससे पहले से ही एक गर्भवती महिला की डिलीवरी को लेकर रूपरेखा तैयार हो जाता है। जिससे कि नवजात शिशु या फिर उनके माताओं को किसी भी प्रकार की कोई नुकसान ना पहुंचे।
गर्भवती महिला को डिलीवरी के बाद नगद राशि भी दी जाती है ताकि उनकी और उनके नवजात बच्चे की देखभाल हो सके।
और साथ में इन पूरे समय में साथ रहने वाले आशा कर्मचारी को भी कुछ परिमाण नगद राशि दी जाती है।
- यह सरकारी स्कीम देश की हर एक राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में लागू है।
- इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को डिलीवरी के बाद आर्थिक सहायता दी जाती है।
- इस योजना के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को सरकार के निगरानी में रखा जाता है।
- प्रसव के दौरान कोई भी खर्चा नहीं लगता है।
- प्रसव के बाद अगले 10 साल तक बच्चे के लिए हर एक टीकाकरण की जानकारी आशा कर्मचारी द्वारा दी जाती है।
- जो भी महिला इस योजना का लाभ लेना चाहता है, उनको पहले से ही आशा कर्मचारी द्वारा जननी सुरक्षा योजना कार्ड बनवा लेना है।
- आशा कर्मचारी द्वारा गर्भवती महिलाओं को खाने की सुझाव की जाती है। साथ में कुछ दवा भी स्वास्थ्य केंद्र से उपलब्ध करवाया जाता है।
- प्रसव के समय महिलाओं के घर से नजदीकी अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र तक जाने के लिए एंबुलेंस का भी व्यवस्था बिल्कुल मुफ्त में मिलता है।
Janani Suraksha Yojana के लिए डाक्यूमेंट्स
“जननी सुरक्षा योजना” के लिए आवेदन करते समय आपको आवश्यक डॉक्यूमेंट्स की आवश्यकता होती है, जो राज्य और क्षेत्र के नियमों और निर्देशों के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकते हैं। निम्नलिखित कुछ डॉक्यूमेंट्स आपको आमतौर पर चाहिए सकते हैं:
- आवेदन फॉर्म: योजना के लिए आवेदन करते समय, आपको आवेदन फॉर्म भरना होगा।
- गर्भावस्था की पुष्टि पत्र: आपको गर्भावस्था की पुष्टि पत्र (जैसे कि जन्म प्रमाणपत्र) की कॉपी प्रदान करनी होगी।
- आय प्रमाण पत्र: आपकी पारिवारिक आय का प्रमाण पत्र आपके आवेदन के साथ सम्मिलित करना होगा।
- पता प्रमाण पत्र: आपका निवास प्रमाण पत्र (राशन कार्ड, वोटर ID, आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट आदि) आपके पते की पुष्टि के लिए आवश्यक होता है।
- जन्म प्रमाण पत्र: यदि आपके पास है, तो आपको अपना जन्म प्रमाण पत्र प्रदान करना होगा।
- बैंक खाता डिटेल्स: आपके बैंक खाते की जानकारी जैसे कि बैंक खाता नंबर, IFSC कोड, बैंक का नाम, और खाता धारक का नाम आवश्यक हो सकती है।
- फोटोग्राफ: आपका पासपोर्ट साइज का फोटोग्राफ आपके आवेदन के साथ जमा करना होगा।
- दूसरे दस्तावेज़: आपके राज्य और क्षेत्र के नियमों के अनुसार, और आपके आवश्यकताओं के आधार पर, और भी कुछ दस्तावेज़ की आवश्यकता हो सकती है।
यदि आप अपने राज्य के स्वास्थ्य विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाते हैं, तो वहां आपको योजना के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट्स की पूरी सूची और आवेदन प्रक्रिया के बारे में विवरण मिलेगा। आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आप सभी आवश्यक डॉक्यूमेंट्स को सही तरीके से तैयार करके आवेदन करें।
जननी सुरक्षा योजना के लिए दस्तावेज आपके पास होना जरूरी है उसकी लिस्ट को ध्यान से देखिए।
सबसे पहले गर्भवती महिलाओं की आधार कार्ड के साथ-साथ गरीबी रेखा से नीचे का राशन कार्ड होना जरूरी है। निवास के प्रमाण पत्र और घर के जो पता है उसका सबूत आपको देना पड़ेगा।
जननी सुरक्षा कार्ड अभी तक नहीं बना हुआ है तो वह भी बना लीजिए, पासपोर्ट साइज हाल ही में खींची गई फोटो, मोबाइल नंबर, और बैंक खाते की जानकारी देना जरूरी है। सरकारी अस्पताल जहां पर डिलीवरी हुआ है उसका सर्टिफिकेट भी बहुत जरूरी है।
- आधार कार्ड
- रैशन कार्ड (बीपीएल-गरीबी रेखा से नीचे)
- मोबाईल नंबर
- बैंक कहते की जानकारी
- पासपोर्ट साइज़ फोटोग्राफ
- जननी सुरक्षा कार्ड
- अस्पताल का सर्टिफिकेट (जहा प्रसब हुआ है)
जननी सुरक्षा योजना के तहत दी जाने सहायता राशि | बच्चा होने पर कितने पैसा मिलता है
“जननी सुरक्षा योजना” के तहत दी जाने वाली सहायता राशि राज्य और क्षेत्र के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकती है। योजना के अनुसार, गर्भवती महिलाओं को उनकी स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए विभिन्न लाभ प्रदान किए जाते हैं, जैसे कि:
- निःशुल्क गर्भावस्था देखभाल: यह योजना गर्भावस्था के दौरान निःशुल्क गर्भावस्था देखभाल प्रदान करती है, जिसमें गर्भावस्था की नियमित चेकअप और आवश्यक उपचार शामिल होते हैं।
- निःशुल्क जननी सुरक्षा किट: जननी सुरक्षा किट गर्भावस्था के दौरान और प्रसव के दौरान सुरक्षा की जरूरत के साथ महिलाओं को प्रदान की जाती है।
- निःशुल्क जननी सुरक्षा योजना के तहत जांच और उपचार: गर्भावस्था के दौरान निशुल्क जांच और उपचार की सुविधा भी प्रदान की जाती है।
- गर्भावस्था में पोषण सहायता: यह योजना गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को पोषण सहायता प्रदान करती है, ताकि वे स्वस्थ रह सकें।
- मातृ और शिशु स्वास्थ्य के लिए सहायता: योजना के अनुसार, मातृ और शिशु स्वास्थ्य के लिए अन्य लाभ भी प्रदान किए जा सकते हैं, जैसे कि निःशुल्क वृद्धि मूल्य और अन्य सहायता कार्यक्रम।
सहायता राशि और लाभ की विशेष राशि आपके राज्य और क्षेत्र के नियमों और निर्देशों के आधार पर भिन्न हो सकती है, और इसे योजना के आधार पर उपलब्ध किया जाता है। आपको अपने राज्य के स्वास्थ्य विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर और अधिक जानकारी प्राप्त करनी चाहिए, जहां आपको योजना के लिए आवश्यक लाभ और सहायता के बारे में जानकारी मिलेगी।
आब बात करते हैं जननी सुरक्षा योजना के तहत दी जाने वाली सहायता राशि कितना है? अर्थात बच्चा होने पर कितना पैसा मिलता है?
मैंने पहले ही बात किया हूं जननी सुरक्षा योजना की रूपरेखा के अंदर इस योजना को दो श्रेणी में बांटा गया है पहला है Low Performing States (LPS) और दूसरा है high Performing States (HPS)।
इसके अंदर भी और दो कैटेगरी जोड़ा गया है जैसे कि ग्रामीण क्षेत्र अर्थात Rural Area और शहरी क्षेत्र अर्थात Urban Area.
तो सबसे पहले हम लोग LPS कि ग्रामीण क्षेत्र और शहरी क्षेत्रों को समझते हैं।
LPS की ग्रामीण क्षेत्र में कुल ₹2000 जननी सुरक्षा योजना के तहत दी जाती है, जिनमें माताओं को मिलते हैं 1400 रूपया और आशा कर्मचारी को मिलता है 600 रूपया।
LPS की शहरी क्षेत्र में कुल ₹1400 जननी सुरक्षा योजना के तहत दी जाती है, जिनमें माताओं को मिलते हैं 1000 रूपया और आशा कर्मचारी को मिलता है 400 रूपया।
अब हम लोग HPS कि ग्रामीण क्षेत्र और शहरी क्षेत्रों को समझते हैं।
जननी सुरक्षा योजना के तहत HPS कि ग्रामीण क्षेत्र में कुल 1300 रूपया दी जाती है जिनमें माताओं को मिलता है 700 रूपिया और आशा कर्मचारियों को मिलता है 600 रूपिया।
HPS की शहरी क्षेत्र में इस योजना के तहत कुल 1000 रुपया दी जाती है जिनमें माताओं को मिलते हैं 600 रूपया और आशा कर्मचारियों को मिलता है 400 रूपया।
Low Performing State (LPS) | माताओं को मिलने वाला राशि | आशा कर्मचारी को मिलने वाला राशि |
ग्रामीण क्षेत्र (Rural Area) | ₹1400 | ₹600 |
शहरी क्षेत्र (Urban Area) | ₹1000 | ₹400 |
High Performing State (HPS) | माताओं को मिलने वाला राशि | आशा कर्मचारी को मिलने वाला राशि |
ग्रामीण क्षेत्र (Rural Area) | ₹700 | ₹600 |
शहरी क्षेत्र (Urban Area) | ₹600 | ₹400 |
जननी सुरक्षा योजना अनलाइन आवेदन कैसे करे
“जननी सुरक्षा योजना” के लिए आवेदन करने के लिए आपको अपने राज्य के स्वास्थ्य विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा, जहां योजना के लिए आवेदन करने के लिए ऑनलाइन पोर्टल उपलब्ध हो सकता है। यहां कुछ आम कदम हैं जो आपको योजना के लिए आवेदन करने में मदद कर सकते हैं:
- राज्य की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: आपके राज्य के स्वास्थ्य विभाग की आधिकारिक वेबसाइट का URL ढूंढें और उसे अपने ब्राउज़र में खोलें।
- योजना के लिए ऑनलाइन पोर्टल की खोज करें: आपको वेबसाइट पर “जननी सुरक्षा योजना” के लिए ऑनलाइन पोर्टल की खोज करनी होगी और वहां पर योजना के लिए आवेदन करने के लिए एक ऑनलाइन आवेदन फॉर्म मिलेगा।
- आवश्यक जानकारी भरें: आवेदन फॉर्म में आपसे आवश्यक जानकारी जैसे कि नाम, पता, जन्मतिथि, बैंक खाता आदि की जानकारी पूछी जाएगी। इस जानकारी को ध्यानपूर्वक और सही तरीके से भरें।
- आवेदन सबमिट करें: सभी आवश्यक जानकारी को भरने के बाद, आवेदन फॉर्म को ऑनलाइन सबमिट करें।
- आवेदन की प्रिंट: आपको अपने ऑनलाइन आवेदन की प्रिंट आउट लेनी चाहिए, जिसे आपके योजना के लिए आवेदन के साथ सबमिट करना हो सकता है।
- अनुसरण और प्राप्ति: आपको आवेदन के बाद योजना के लिए अनुसरण करना होगा, और जब आपका आवेदन स्वीकृत होता है, तो आपके बैंक खाते में आवश्यक धनराशि की जमा की जाती है।
कृपया ध्यान दें कि योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया और नियम राज्य सरकारों के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकते हैं, इसलिए आपको अपने राज्य की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर विवरण देखना होगा।
जननी सुरक्षा योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के लिए आपको जननी सुरक्षा योजना पोर्टल पर जाना होगा। जिसका लिंक मैंने नीचे दे रखा हूँ, और वहां पर जाकर उन ऑफिशल वेबसाइट से आपको जननी सुरक्षा योजना फॉर्म PDF डाउनलोड करना है।
आपको सबसे पहले आपके मोबाइल या कंप्यूटर में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार की आधिकारिक वेबसाइट जन होगा।
योजना का नाम | जननी सुरक्षा योजना |
अधिकारिक वेबसाइट | https://nhm.gov.in/ |



अब आपके सामने जो पेज ओपन होगा वह सिर्फ जननी सुरक्षा योजना के बारे में जानकारी मिलेगा। अगर आपको जननी सुरक्षा योजना फॉर्म PDF डाउनलोड करना है तो इसी पेज के नीचे या दाहिने साइड में आपको डाउनलोड करने का ऑप्शन मिल जाएगा।
डाउनलोड करने के बाद आप जननी सुरक्षा योजना के बारे में जानकारी पढ़ सकते हो एवं उसके एकदम नीचे आपको जननी सुरक्षा योजना ऑनलाइन आवेदन फॉर्म मिल जाएगा।
लेकिन ज्यादातर केस में आपको खुद जननी सुरक्षा योजना की फ्रॉम भरने की कोई आवश्यकता नहीं है। आपको सिर्फ गर्भवती महिलाओं के बारे में आशा कर्मचारियों को खबर करना है। और वह लोग जननी सुरक्षा योजना से जुड़ी सारे काम को कर देगा।
या फिर, आप नजदीकी अस्पताल में संपर्क कर सकते हो वहां भी जननी सुरक्षा योजना की सारे जानकारी आपको दी जाएगी एवं आपको इस योजना में शामिल कर लिया जाएगा।
जननी सुरक्षा योजना हेल्पलाइन नंबर
“जननी सुरक्षा योजना” के हेल्पलाइन नंबर राज्य और क्षेत्र के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकते हैं। आपके राज्य के स्वास्थ्य विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर योजना के लिए वेबसाइट और हेल्पलाइन नंबर की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
आप अपने राज्य के स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट पर जाकर संपर्क जानकारी देख सकते हैं और योजना के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, जैसे कि हेल्पलाइन नंबर और योजना से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी।
ऐसे तो जननी सुरक्षा योजना से जुड़े हेल्पलाइन नंबर आपके आशा कर्मचारी की नंबर होती है। अर्थात जब आप स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र से जननी सुरक्षा कार्ड बना लेंगे तो उस कार्ड के ऊपर आशा कर्मचारी का नंबर लिखा रहता है। कोई भी आपातकालीन परिस्थितियों में आप उन नंबर पर फोन कर सकते हो।
फिर भी अगर आप नेशनल हेल्थ मिशन की ऑफिशियल वेबसाइट का हेल्पलाइन नंबर चाहते हो तो, आप को फिर से ऊपर दी गई लिंक के ऊपर क्लिक करना होगा, और मेनू बार से “Contact Us” बटन के ऊपर क्लिक करना है और सबसे नीचे ‘States/UTs Official’ पर क्लिक करना है।
यह करने के बाद आपके सामने सभी राज्य की हेल्पलाइन नंबर की सूची दिखाई देगा या फिर आप चाहते हो तो इसको PDF फॉर्मेट में डाउनलोड भी कर सकते हो।
जननी सुरक्षा योजना कब शुरू हुई?
“जननी सुरक्षा योजना” भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित और शुरू की गई योजना है जो प्रेगनेंसी के दौरान और बच्चे के पैदाइश के बाद मातृ और शिशु स्वास्थ्य के समर्थन के लिए है। यह योजना 2016 में शुरू हुई थी।
“जननी सुरक्षा योजना” के तहत गर्भवती महिलाओं को विभिन्न लाभ प्रदान किए जाते हैं, जैसे कि मुफ्त गर्भावस्था देखभाल, निशुल्क जननी सुरक्षा किट, गर्भावस्था में आवश्यक जांच और उपचार, गर्भवती महिलाओं के लिए पोषण सहायता, और बच्चे के जन्म के बाद मातृ और शिशु की सहायता जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से।
“जननी सुरक्षा योजना” का उद्देश्य मातृ और शिशु स्वास्थ्य को सुनिश्चित करना है और मातृत्व के दौरान गर्भवती महिलाओं को सशक्त बनाना है। इसका मुख्य उद्देश्य मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करना है।
कृपया ध्यान दें कि योजना के नियम और लाभ क्षेत्र के आधार पर बदल सकते हैं, इसलिए आपको अपने स्थानीय सरकार की आधिकारिक वेबसाइट और निर्देशक से जानकारी प्राप्त करना चाहिए।
12 अप्रैल 2005 जननी सुरक्षा योजना की शुरुआत हुई थी नेशनल हेल्थ मिशन के तहत इस योजना को शुरुआत की गई थी तब से लेकर आज तक इस योजना से गरीब और आर्थिक रुप से कमजोर महिलाओं को प्रसव कालीन समय पर आर्थिक सहायता मिलता है
बच्चा होने पर कितना पैसा मिलता है?
बच्चा होने पर दिये जाने वाले पैसे और सहायता विभिन्न सरकारी योजनाओं और दर्जनीकृत संगठनों के अनुसार भिन्न-भिन्न हो सकते हैं। प्रत्येक देश और राज्य के अनुसार बच्चे की पैदाइश के लिए विभिन्न योजनाएँ होती हैं और इनमें विभिन्न धनराशियों और लाभ प्राप्ति की शर्तें होती हैं।
यदि आपके पास एक विशिष्ट योजना या सरकारी योजना के तहत पैदाइश के लिए पैसे और सहायता की जानकारी होती है, तो आपको योजना के नियमों और शर्तों का पालन करके अपने अधिकार को प्राप्त करना चाहिए।
यह सुनिश्चित करने के लिए की जानी चाहिए कि आपके विशिष्ट क्षेत्र में कौनसी योजनाएँ और समर्थन प्रदान की जाती हैं, आपको अपने स्थानीय सरकार और सरकारी निर्देशक से संपर्क करना चाहिए। उनसे जानकारी प्राप्त करने के लिए कि बच्चे के पैदाइश पर कितना समर्थन प्रदान किया जाता है और कैसे आप उसका लाभ उठा सकते हैं।
बच्चा होने पर जननी सुरक्षा योजना के तहत जो पैसा मिलता है उनको चार श्रेणी में बांटा गया है आप यह समझ सकते हो अधिक से अधिक ₹1400 कम से कम ₹600 मिलेगा
जननी सुरक्षा योजना का पैसा कब मिलता है?
“जननी सुरक्षा योजना” एक सरकारी योजना है जो गर्भवती महिलाओं के लिए है, और इसका उद्देश्य गर्भावस्था के दौरान आवश्यक देखभाल और सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत, प्रति माह एक निश्चित धनराशि महिला के खाते में जमा की जाती है।
जननी सुरक्षा योजना का पैसा महिला के बैंक खाते में प्रति माह जमा किया जाता है, जो कि गर्भवती महिला के और उसके शिशु की उनकी स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए होता है। इस पैसे का उद्देश्य उन महिलाओं को आरामदायक और सुरक्षित जीवन जीने में मदद करना है।
इसके लिए, आपको अपने स्थानीय सरकार और बैंक के निर्देशों का पालन करना होगा, जिससे कि योजना के तहत धनराशि आपके खाते में सही समय पर जमा की जा सके। आपके खाते में पैसा निश्चित दिनांकों पर जमा होता है, और इसकी जानकारी आपको बैंक से मिल सकती है।
कृपया ध्यान दें कि योजना के नियम और प्रक्रिया राज्य सरकारों के अनुसार भिन्न-भिन्न हो सकते हैं, इसलिए आपको अपने स्थानीय सरकार और बैंक से संपर्क करना चाहिए और योजना की जानकारी प्राप्त करना चाहिए।
देश की गरीब और आर्थिक रुप से कमजोर महिलाओं को जननी सुरक्षा योजना के तहत प्रसव के बाद नवजात और माताओं को देखभाल के लिए दी जाती है। और यह राशि प्रसब के अगले 7 दिन के अंदर दी जाती है !
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