Amway India की बढ़ी मुश्किलें… 4050 करोड़ की धोखाधड़ी उजागर, ईडी ने कसा शिकंजा,

Amway India की बढ़ी मुश्किलें… 4050 करोड़ की धोखाधड़ी उजागर, ईडी ने कसा शिकंजा

Amway India :प्रवर्तन निदेशालय (ED) के आरोपों से पता चलता है कि एमवे इंडिया अपने सामानों की बिक्री की आड़ में एक अवैध ‘मनी सर्कुलेशन स्कीम‘ को बढ़ावा देने में लगी हुई है.

Amway India की बढ़ी मुश्किलें... 4050 करोड़ की धोखाधड़ी उजागर

Amway India की बढ़ी मुश्किलें… 4050 करोड़ की धोखाधड़ी उजागर, ईडी ने कसा शिकंजा

डायरेक्ट सेलिंग फर्म एमवे इंडिया (Amway India) की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. 4000 करोड़ रुपये से ज्यादा की मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हैदराबाद की स्पेशल कोर्ट में कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी है. इस मामले की जांच जारी है और अब तक कई बड़े खुलासे किए गए हैं. मामले पर संज्ञान लेते हुए कोर्ट की ओर से 20 नवंबर को ही कानूनी कार्रवाई के आदेश दिए हैं. आइए जानते हैं ये पूरा मामला आखिर है क्या?

क्या है पूरा मामला?

प्रवर्तन निदेशालय ने एमवे इंडिया पर आरोप लगाया है कि कंपनी निवेशकों के बीच गैर कानूनी ‘मनी सर्कुलेशन स्कीम’ को बढ़ावा दे रहा था. इसके साथ ही यह आरोप भी है कि वह सामान बेचने की आड़ में लोगों को आसान नामांकन के द्वारा ज्यादा कमीशन का वादा करके लोगों को चूना लगा रही था. ईडी के द्वारा की गई जांच में यह पता चला है कि एमवे इंडिया की यह स्कीम एक पिरामिड स्कीम है जिसके जरिए ऊपर वालों को भारी लाभ मिल रहा था. इस स्कीम में नये जुड़े सदस्य कई और लोगों को नॉमिनेट करता और यह एक चैन के रूप में बन जाता था. जितने लोग जुड़ते थे कमीशन की मात्रा उतनी ही बढ़ती है.

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Amway India की बढ़ी मुश्किलें… 4050 करोड़ की धोखाधड़ी उजागर

ईडी ने अपनी जांच में पाया है कि इस ‘मनी सर्कुलेशन स्कीम’ के जरिए एमवे ने कुल 4050.21 करोड़ रुपये की कमाई की है. इसके साथ ही जांच में यह भी पता चला है कि कंपनी ने 2,859 करोड़ रुपये की राशि को विदेश में बैठे निवेशकों के खाते में ट्रांसफर किए हैं. इस मामले में ईडी ने कंपनी के 757.77 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति को भी जोड़ा है. फिलहाल इस केस में ईडी की जांच जारी है.

कंपनी ने दी ये सफाई

प्रवर्तन निदेशालय द्वारा शुरू की गई कार्रवाई के बाद कंपनी ने सफाई देते हुए कहा कि यह मामला साल 2011 की शिकायत से जुड़ा हुआ है. कंपनी ईडी को इस मामले में जांच करने के लिए अपना पूरा सहयोग दे रही है और जांच एजेंसी द्वारा मांगी गई डिटेल्स को भी प्रदान कर रही है. कंपनी ने कहा कि उसने भारत में 25 साल पहले अपने ऑपरेशन को शुरू किया था और वह देश के सभी कानून के प्रति प्रतिबद्ध है. इसके देशभर में 2,500 से ज्यादा कर्मचारी हैं और 5.5 लाख से अधिक डिस्ट्रीब्यूटर्स हैं. ऐसे में कंपनी अपनी सभी लोगों के हितों की रक्षा करेगी.

ऊपर बैठे लोगों को मिल रहा फायदा
ईडी के जांच में सामने आए निष्कर्षों के अनुसार, Amway अंतिम उपभोक्ता को सीधे सामान बेचने के बजाय, वितरकों के रूप में कई मध्यस्थों के साथ एक मल्टी लेवल मार्केटिंग स्कीम चला रही है. निदेशालय के मुताबिक, एमवे इंडिया की यह स्कीम एक पिरामिड स्कीम है जिसके जरिए ऊपर वालों को भारी लाभ मिल रहा था. इस स्कीम में नये जुड़े सदस्य कई और लोगों को नॉमिनेट करता और यह एक चेन प्रोसेस के रूप में चलता था, इससे जितने ज्यादा लोग जुड़ते थे कमीशन भी उसी हिसाब से बढ़ता था.

एमवे इंडिया ने जारी किया बयान
पूरे मामले पर एमवे इंडिया बयान जारी किया है. एमवे इंडिया के प्रवक्ता ने कहा, “वर्तमान में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दायर की गई अभियोजन शिकायत 2011 की जांच से संबंधित है. तब से हम विभाग के साथ सहयोग कर रहे हैं. हमने एजेंसी को समय-समय पर मांगी गई सभी जानकारी साझा की है. जब से एमवे ने 25 साल पहले भारत में अपना ऑपरेशन शुरू किया था, तब से यह कानूनी और नियामक अनुपालन के लिए प्रतिबद्ध है.”

कंपनी ने कहा, “हम अपने कानूनी अधिकारों और कानून की उचित प्रक्रिया का पालन करते हुए भारतीय न्यायिक प्रणाली में अपने निरंतर विश्वास को दोहराना चाहते हैं.”

कंपनी ने आगे कहा, “एमवे को भारत में अपने समृद्ध इतिहास पर गर्व है. वह खुद के साथ-साथ 2,500 से अधिक कर्मचारियों और 5.5 लाख से अधिक स्वतंत्र वितरकों की रक्षा करेगा; जो लोगों को स्वस्थ, बेहतर जीवन जीने में मदद करने के उसके मिशन के लिए महत्वपूर्ण हैं.”

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